कुरुक्षेत्र : जिला शिक्षा विभाग ने आखिरकार शिक्षकों को 19 साल बाद कंफर्मेशन का तोहफा दे दिया है। जिलेभर के 1650 से अधिक जेबीटी शिक्षकों को 1994 के बाद से अब तक कंफर्म ही नहीं किया गया था। बुधवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में 237 जेबीटी शिक्षकों की कंफर्मेशन पर मोहर लग गई।
दिलचस्प बात तो यह है कि कई शिक्षक तो बिना कंफर्मेशन के सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। वहीं कई शिक्षक सेवानिवृत्ति की दहलीज पर आकर अब कंफर्म हुए हैं। गौरतलब है कि इस मामले में हाईकोर्ट 2002 में शिक्षकों को कंफर्म करने के आदेश जारी कर चुका है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने कंफर्मेशन के मुद्दे को कई बार उठाया। अब जाकर उनकी आवाज पर कार्रवाई हुई है।
कई जिलों में हुए कंफर्म
जिला प्रधान विनोद चौहान ने बताया कि करनाल, जींद, हिसार और गुडग़ांव जिलों में शिक्षकों को कंफर्म किया गया है। इसकी कॉपी भी जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई थी। इसके अलावा सर्विस नियमों की कॉपी भी सौंपी गई। जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा था कि जिला शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर शिक्षकों को कंफर्म कर सकता है। चौहान ने बताया कि बिना कंफर्मेशन के शिक्षकों की नौकरी और सुविधाओं पर तलवार लटक रही थी।
दो साल बाद कंफर्म का नियम
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान विनोद चौहान ने बताया कि सर्विस नियम के अनुसार दो साल के बाद शिक्षकों को कंफर्म किया जाना चाहिए। बशर्ते शिक्षक के खिलाफ किसी तरह की विभागीय कार्रवाई न की जा रही हो। सर्विस नियमों में कंफर्म करने की शक्ति जिला शिक्षा अधिकारी को दी है। चौहान ने बताया कि कई शिक्षक तो 1990 में नियुक्त हुए थे, जिन्हें कंफर्म किया गया है। पिछले 19 सालों से किसी भी जेबीटी शिक्षक को जिलाभर में कंफर्म नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि अब शिक्षकों को उनका हक मिला है। जिससे पूरे शिक्षक वर्ग में उत्साह है।
ये हैं कंफर्मेशन के लाभ
शिक्षक सूबे सिंह सुजान ने बताया कि शिक्षकों को कंफर्म होने के बाद कई लाभ मिलते हैं। जिनमें बैंक से सरकारी कर्मचारी होने के नाते मिलने वाला लोन शामिल है। इसके अलावा बैंक में लोन के लिए कंफर्म शिक्षक की गवाही ही चलती है। इतना ही नहीं कंफर्म शिक्षक को सरकार निकाल नहीं सकती। अगर विभाग भी बंद होता है तो उसे सर्विस नियम के तहत एडजस्ट करने का प्रावधान है। बिना कंफर्मेशन के शिक्षकों या कर्मचारियों पर कभी भी गाज गिर सकती है। ऐसे में शिक्षकों या किसी भी सरकारी कर्मचारी के लिए कंफर्म होना बेहद जरूरी है।
कमेटी ने की लिस्ट फाइनल
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में 31 दिसंबर से ही शिक्षकों की कंफर्मेशन की लिस्ट जारी करने की तैयारी थी। मंगलवार को कई बैठकें होने के कारण लिस्ट को जारी नहीं किया जा सका था। मंगलवार सुबह से ही लिस्ट को तैयार कर जारी करने की कवायद शुरू की गई। कमेटी में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान विनोद चौहान, राजेश, चमनलाल, रमेश सिरसला और प्राचार्य भजन सिंह राठौर शामिल थे। सभी शिक्षक टकटकी लगाकर लिस्ट फाइनल होने के इंतजार में थे।
पहली लिस्ट जारी और अगली लिस्ट जल्द
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने बताया कि 237 शिक्षकों की कंफर्मेशन की लिस्ट बुधवार को जारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही एक और लिस्ट को जारी किया जाएगा। इसमें 400 से अधिक शिक्षकों को कंफर्म किया जाएगा। सुमन आर्य ने कहा कि जल्द से जल्द सभी योग्य शिक्षकों को कंफर्म करने का काम किया जाएगा। सुमन आर्य ने बताया कि वर्ष 2000 में लगे शिक्षकों को कोर्ट केस के कारण कंफर्म नहीं किया गया है। इसके अलावा उनका प्रयास है कि जितने शिक्षकों की अधिकतम कंफर्मेशन हो सकती है, उनकी जल्द की जाएगी। सुमन आर्य ने कहा कि उन्होंने शिक्षकों को कोई तोहफा नहीं बल्कि उनका हक दिया है। db
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दो साल बाद कंफर्म का नियम
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान विनोद चौहान ने बताया कि सर्विस नियम के अनुसार दो साल के बाद शिक्षकों को कंफर्म किया जाना चाहिए। बशर्ते शिक्षक के खिलाफ किसी तरह की विभागीय कार्रवाई न की जा रही हो। सर्विस नियमों में कंफर्म करने की शक्ति जिला शिक्षा अधिकारी को दी है। चौहान ने बताया कि कई शिक्षक तो 1990 में नियुक्त हुए थे, जिन्हें कंफर्म किया गया है। पिछले 19 सालों से किसी भी जेबीटी शिक्षक को जिलाभर में कंफर्म नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि अब शिक्षकों को उनका हक मिला है। जिससे पूरे शिक्षक वर्ग में उत्साह है।
ये हैं कंफर्मेशन के लाभ
शिक्षक सूबे सिंह सुजान ने बताया कि शिक्षकों को कंफर्म होने के बाद कई लाभ मिलते हैं। जिनमें बैंक से सरकारी कर्मचारी होने के नाते मिलने वाला लोन शामिल है। इसके अलावा बैंक में लोन के लिए कंफर्म शिक्षक की गवाही ही चलती है। इतना ही नहीं कंफर्म शिक्षक को सरकार निकाल नहीं सकती। अगर विभाग भी बंद होता है तो उसे सर्विस नियम के तहत एडजस्ट करने का प्रावधान है। बिना कंफर्मेशन के शिक्षकों या कर्मचारियों पर कभी भी गाज गिर सकती है। ऐसे में शिक्षकों या किसी भी सरकारी कर्मचारी के लिए कंफर्म होना बेहद जरूरी है।
कमेटी ने की लिस्ट फाइनल
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में 31 दिसंबर से ही शिक्षकों की कंफर्मेशन की लिस्ट जारी करने की तैयारी थी। मंगलवार को कई बैठकें होने के कारण लिस्ट को जारी नहीं किया जा सका था। मंगलवार सुबह से ही लिस्ट को तैयार कर जारी करने की कवायद शुरू की गई। कमेटी में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान विनोद चौहान, राजेश, चमनलाल, रमेश सिरसला और प्राचार्य भजन सिंह राठौर शामिल थे। सभी शिक्षक टकटकी लगाकर लिस्ट फाइनल होने के इंतजार में थे।
पहली लिस्ट जारी और अगली लिस्ट जल्द
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने बताया कि 237 शिक्षकों की कंफर्मेशन की लिस्ट बुधवार को जारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही एक और लिस्ट को जारी किया जाएगा। इसमें 400 से अधिक शिक्षकों को कंफर्म किया जाएगा। सुमन आर्य ने कहा कि जल्द से जल्द सभी योग्य शिक्षकों को कंफर्म करने का काम किया जाएगा। सुमन आर्य ने बताया कि वर्ष 2000 में लगे शिक्षकों को कोर्ट केस के कारण कंफर्म नहीं किया गया है। इसके अलावा उनका प्रयास है कि जितने शिक्षकों की अधिकतम कंफर्मेशन हो सकती है, उनकी जल्द की जाएगी। सुमन आर्य ने कहा कि उन्होंने शिक्षकों को कोई तोहफा नहीं बल्कि उनका हक दिया है। db
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