कैथल : जिलेभर से नए पीजीटी को टीचिंग स्किल का टेस्ट देने के लिए जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में बुलाया गया था, लेकिन इनमें से 34 टीचर टेस्ट के लिए पहुंचे ही नहीं। स्कूल प्रिंसिपल ने डीईओ के आदेश के बावजूद अध्यापकों को टेस्ट के लिए भेजने से इंकार कर दिया है। शिक्षा विभाग ने ऐसे टीचर्स के खिलाफ कार्रवाई करने निर्णय लिया है।
डाइट के अधिकारियों के अनुसार जिलेभर में करीब 290 पीजीटी ने ज्वाइन किया है। शिक्षा विभाग के निदेशक के अनुसार हर पीजीटी को टीचिंग स्किल टेस्ट देना है। यहां तक कि इस टेस्ट में 50 प्रतिशत से अधिक अंक लेने भी जरूरी हैं। इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी। शिक्षा विभाग ही तय करेगा कि एचटैट पास करने के बावजूद ऐसे टीचर को ट्रेनिंग की कितनी जरूरत है।
प्रत्येक टीचर को नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं व बाहरवीं के तीन-तीन पाठ में से 12 लेक्चर तैयार करने के लिए कहा गया था। ज्यादातर अध्यापकों ने लेक्चर तैयार करके जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में जमा भी करा दिए थे। लेकिन इनमें से 34 टीचर टीचिंग स्किल टेस्ट देने ही नहीं पहुंचे। मंगलवार को जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण में अर्थशास्त्र 3, पंजाबी 26, हिस्टरी 1, मैथ 22, ज्योग्राफी 16, हिंदी 20, कामर्स 25, कैमिस्ट्री 22 और अंग्रेजी 2 अध्यापकों ने टीचिंग स्किल का टेस्ट दिया। जबकि इससे पहले 22 मार्च को साईक्लाजी 12, सोसोलाजी 4, होम साइंस 1, फिजिक्स 13, हिस्टरी 8, अर्थशास्त्र 16, अंग्रेजी 70 अध्यापकों ने टीचिंग स्किल टेस्ट में उपस्थित हुए थे। अब तक 261 पीजीटी ने टेस्ट दिया है। पीजीटी सुरेश, प्रीतम, दीपक, अशोक व सुमन का कहना है कि उनके साथियों को स्कूल प्रिंसीपल टेस्ट के लिए नहीं आने दे रहे। प्रिंसीपल का कहना है कि उन्हें खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा मौखिक आदेश दिए गए हैं। जब तक उनके पास लिखित आदेश नहीं आते। वे पीजीटी को टेस्ट के लिए नहीं भेजेंगे।
हमने आदेश दे दिए थे
जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद अंतिल ने बताया कि उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को एक सप्ताह पहले पीजीटी अध्यापक जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण कार्यालय में भेजने के आदेश दे दिए थे। अगर कुछ प्रिंसिपल ने अध्यापकों को नहीं भेजा तो उनसे जबाव मांगा जाएगा।
हर पीजीटी के लिए स्किल टेस्ट जरूरी
जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रिंसिपल रफिया राम ने कहा कि प्रत्येक पीजीटी के लिए टीचिंग स्किल टेस्ट जरूरी है। इस टेस्ट के अंकों को शिक्षा विभाग के निदेशक के पास भेजा जाएगा। जो टीचर टीचिंग स्किल टेस्ट से वंचित रह गए हैं, उन्हें गुडग़ांव जाना पड़ेगा। फिर भी ऐसे टीचर को तीन और चार अप्रैल को एक और मौका दिया जा रहा है। db
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