** सर्वे में स्टूडेंट्स, शिक्षक व प्राचार्यों से पूछे जाएंगे प्रश्न, बोर्ड ने तैयार कर ली अपनी प्रश्नावली, झगड़े का कारण पता करके होगा निवारण
सीबीएसई से संबंधित स्कूलों में नए सत्र के दौरान विद्यार्थियों के बीच लड़ाई झगड़े, बदसलूकी, गाली गलौज व रैगिंग जैसे मुद्दे न सिर्फ स्कूल प्रशासन बल्कि सीबीएसई के लिए भी परेशानी का सबब बने हुए हैं। विद्यार्थियों के बीच होने वाले इन लड़ाई झगड़ों का कारण जानने व उनका हल निकालने के लिए सीबीएसई नए सत्र में एक सर्वे करवा रही है। बोर्ड इस सर्वे में स्टूडेंट्स, शिक्षक और प्राचार्यों से भी उनकी राय मांगी है।
बोर्ड ने प्रश्नावली तैयार कर ली है। यह सभी स्कूलों को भेजा जाएगा। इस पर स्टूडेंट्स, टीचर्स और प्रिसिंपल बोर्ड की बेवसाइट पर जाकर ईमेल के जरिए जवाब दे सकेंगे। बोर्ड इन सवालों के जरिए स्कूलों में छात्रों के बीच होने वाली लड़ाई, बदसलूकी और गाली-गलौज से जुड़ी घटनाओं के कारणों का पता लगा सकेगी। इस सर्वे में स्टूडेंट्स से नाम, स्कूल, क्षेत्र, क्लास, उम्र, लिंग के बारे में भी पूछा है। साथ ही, ऐसी घटनाओं के बारे में पूछा गया है जो शारीरिक, मौखिक, साइबर या अप्रत्यक्ष दुव्र्यवहार से संबंधित हों।
झगड़ा देखने पर क्या होता है रिएक्शन
बोर्ड ने छात्रों से यह बताने को कहा है कि जब उन्होंने झगड़ा या गाली गलौज होते देखा तो क्या किया। क्या वे भाग गए, नजरंदाज कर दिया या दूसरों को ऐसा करने से रोका। साथ ही छात्रों से यह भी बताने को कहा गया है कि ऐसी घटनाओं के बाद क्या वे घर पर रुक गए या स्कूल आते रहे। इसके बारे में शिक्षकों या माता पिता या दोस्तों को बताया। सीबीएसई ने इस बारे में स्कूल के शिक्षकों एवं प्राचार्यों की राय या विचार जानने का प्रयास किया है।
कहां पर अधिक झगड़ा
सर्वे में स्कूली छात्रों से बताने को कहा गया है कि उन्हें कितनी बार शारीरिक, मौखिक, साइबर या परोक्ष दुव्र्यवहार का सामना करना पड़ा। उनसे यह भी बताने को कहा गया है कि उन्होंने कितनी बार दूसरे छात्रों को शारीरिक, मौखिक, साइबर या परोक्ष दुव्र्यवहार का सामना करते देखा। छात्रों में झगड़ा क्लास के अलावा क्या कॉरिडोर, बस स्टॉप, स्कूल बस, स्कूल के भवन, कैफेटेरिया आदि जगहों पर होता है। सबसे ज्यादा किन जगहों पर होता है।
शिक्षकों व प्राचार्यों को भी देना होगा जवाब
सर्वे में शिक्षकों और प्राचार्योंं को भी जवाब देना होगा। इनके लिए तैयार प्रश्नावली में पूछा गया है कि उन्होंने छात्रों के बीच किस तरह के झगड़ा होते देखा। क्या यह झगड़ा मारधाड़, प्रहार व धक्का देने के स्तर का था। या फिर छात्र एक दूसरे को धमकी देकर, चिढ़ा कर और अभद्र भाषा का प्रयोग कर झगड़ा करते हैं। साथ ही शिक्षकों व प्राचार्यो को यह भी बताने को कहा गया है कि वे ऐसे व्यवहार की गंभीरता को किस स्तर का आंकते हैं। क्या ऐसे आचरण आपके या स्कूली प्रशासन के संज्ञान में आते हैं। प्रशासन इस पर क्या कदम उठाती है और ऐसी परिस्थिति में स्कूल को और क्या करने की जरूरत है। dbsnpt
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