हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग अपनी कमियों को छिपाकर रेशनेलाइजेशन की आड़ में शिक्षकों का शोषण करना बंद करे। अन्यथा संघ को मजबूर होकर कोई ठोस कदम उठाना पड़ेगा। यह चेतावनी हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 के प्रदेशाध्यक्ष जवाहर लाल गोयल ने दी।
संघ के प्रांतीय प्रेस सचिव डॉ. रजनीश कौशिक ने बताया कि संघ के प्रयास से पूर्व में भी इस रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया को संघ के धरने के पश्चात रोक दिया गया था। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि विभाग अपनी जिद पर अड़कर इसी तरीके से रेशनेलाइजेशन करता है तो इससे हजारों अतिथि अध्यापकों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। संघ ने मांग की कि रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया से पहले प्राध्यापक व मिडल मुखिया की पदोन्नति सूची जारी की जाए। अध्यापक नेताओं ने कहा कि शायद विभाग के उच्च अधिकारियों व जिला तथा ब्लॉक स्तर के अधिकारियों में सामंजस्य की कमी है क्योंकि पिछले वर्ष विभाग द्वारा जो कक्षा का छात्र संख्या नोर्म दिया गया था उसके अनुसार 46 छात्रों पर दूसरा सेक्शन, 86 छात्रों पर तीसरा तथा मिडल कक्षाओं में 121 छात्रों पर चौथा तथा नौवीं से 12वीं कक्षाओं तक 126 छात्रों पर चौथा सेक्शन बनाया जाएगा लेकिन आज खंड स्तर पर बुलाई गई प्रदेशभर की बैठकों में सभी मुख्याध्यापकों व प्राचार्यों को जो निर्देश दिए गए हैं, उनमें 51 छात्रों पर दूसरा, 101 छात्रों पर तीसरा तथा 136 छात्रों पर चौथा सेक्शन बनाने के आदेश दिए गए हैं।
संघ ने हरियाणा की शिक्षामंत्री से अपील की है कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए संघ से विचार-विमर्श करके इसे रेशनल तरीके से लागू किया जाए। dtkrnl kkr
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