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Sunday, 1 February 2015

सरकारी स्कूल में मीनू के हिसाब से बच्चों को नहीं मिल रहा खाना

** शिक्षा अधिकारियों ने शनिवार को शहर के स्कूलों का किया औचक निरीक्षण 
** निरिक्षण में पाया बच्चों की संख्या से काफी कम बना हुआ मिड डे मिल 
** सवाल पूछने पर एक दूसरे को देखते रहे टीचर
** डिप्टी डीइओ ने कारण पूछा तो टीचर नहीं दे पाए जबाव 
कैथल : जिला शिक्षा अधिकारियों ने शनिवार को शहर के सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुछ सरकारी स्कूलों में बच्चों को मीनू के हिसाब से मिड डे मील नहीं दिया जा रहा था। शिक्षा अधिकारियों ने जब जवाब मांगा तो अध्यापक एक दूसरे की तरफ देखने लगे। 
राजकीय प्राथमिक पाठशाला पट्टी अफगान में बच्चों को मात्रा से भी कम खाना परोसा जा रहा था। बच्चे खाना खाकर भी कतारों में बैठे रहे। इसी दौरान डिप्टी डीईओ शमशेर सिंह सिरोही स्कूल में पहुंच गए। उन्होंने मिड डे मील चेक किया। मिड डे मील बच्चों की संख्या से काफी कम मात्रा में तैयार किया गया था। सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं थी। जब इस बारे में अध्यापकों से पूछा तो वे कोई जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने बच्चों की परीक्षा की चेकिंग की। कलास टीचर ही परीक्षा ले रहे थे। जबकि कलास टीचर दूसरे टीचर के बच्चों की परीक्षा ले सकता है। इस पर शिक्षा अधिकारी ने स्कूल इंचार्ज को मिड डे मील में परीक्षा में ऐसी कोताही करने के आदेश दिए। राजकीय प्राथमिक पाठशाला सेक्टर-19 में भी तीसरी, चौथी पांचवीं कक्षाओं का निरीक्षण किया। 
मिड डे मील की रेसिपी का चार्ट भी नहीं दिखा 
डिप्टी डीईओ शमशेर सिंह सिरोही ने बताया कि अन्य स्कूलों के साथ राजकीय प्राथमिक पाठशाला नंबर-4 में तीसरी, चौथी और पांचवीं की परीक्षा भी ठीक पाई गई। लेकिन स्कूल में कहीं भी मिड डे मील की रेस्पी का चार्ट नहीं लगा था। खीर में भी चावल कम डाले गए थे। स्कूल इंचार्ज को इस तरफ ध्यान देने के लिए कहा गया है। बच्चों को पता होना चाहिए कि आने वाले कल की रेस्पी में क्या खाने को मिलेगा। लेकिन यहां ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी।                                 db

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