चंडीगढ़ : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के पहले
सेमेस्टर के खराब नतीजों से चिंतित सरकार ने राज्य के सभी शिक्षक संघों की
बैठक बुला ली है।
सरकार इनके साथ मंथन कर न केवल खराब नतीजों की वजह
जानने की कोशिश करेगी, बल्कि नतीजों में सुधार के लिए सलाह भी लेगी।
हालांकि यह काम नतीजों से पहले कर लिया जाना चाहिए था, लेकिन राज्य सरकार
अब फाइनल परीक्षाओं के नतीजों में सुधार की मंशा से आगे बढ़ रही है।
सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र
भेजकर 29 दिसंबर को पांच शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों को बैठक में
भेजने के लिए कहा है। जिन शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों को पंचकूला
मुख्यालय में होने वाली बैठक के लिए बुलाया गया है, उनमें हरियाणा स्टेट
लेक्चर्स एसो., प्रिंसिपल एसो., हेडमास्टर एसोसिएशन, सर्व कर्मचारी संघ
टीजीटी और सर्व कर्मचारी महासंघ टीजीटी शामिल हैं। सेकेंडरी शिक्षा निदेशक
ने प्रत्येक शिक्षक संगठन के पांच प्रतिनिधियों को बुलाया है। जिला शिक्षा
अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई कि वे शिक्षक संगठनों के अध्यक्ष व महासचिव
से संपर्क कर उन्हें पांच-पांच प्रतिनिधि बैठक में भेजने के लिए तैयार
करें।
प्राइवेट स्कूलों का रिजल्ट अच्छा
पिछली बार सितंबर का परिणाम 12वीं
का 62.25 फीसदी और 10वीं का 58.90 फीसदी था, जो इस बार से काफी अच्छा था।
इस बार सरकारी स्कूलों का 12वीं का परिणाम 53.93 है जबकि प्राइवेट का 59.43
रहा। 10वीं का परिणाम सरकारी स्कूलों का केवल मात्र 26 फीसदी और प्राइवेट
स्कूलों का 46.44 फीसदी है।
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