फतेहाबाद : शिक्षा विभाग ने एक बार फिर फतेहाबाद सहित प्रदेश के चार जिलों
में केंद्रीय विद्यालय की उम्मीद जगा दी है। इन सभी जिलों में केंद्रीय
विद्यालय के लिए पंचायती जमीन की उपलब्धता संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं।
अब इसका दारोमदार पंचायत विभाग की दरियादिली पर है। अगर शहर के दस
किलोमीटर के दायरे में पंचायती जमीन उपलब्ध हो जाती है तो केंद्रीय
विद्यालय बनने की राह आसान हो जाएगी
विभागीय निदेशालय ने जिला शिक्षा
अधिकारी को पत्र जारी कर केंद्रीय विद्यालय के लिए पंचायती जमीन उपलब्ध
कराने के आदेश दिए हैं। हालांकि अधिकारियों के लिए जमीन मिलना मुश्किल हो
सकता है। कारण कि अगर पंचायती जमीन मिलती है तो शिक्षा विभाग उसे 33 साल के
लिए लीज पर लेगा। इससे पहले पंचायत विभाग शिक्षा विभाग से जमीन वापस नहीं
ले सकता है। लीज की शर्त पर शायद ही विभाग को केंद्रीय विद्यालय बनाने के
लिए कोई जमीन दे।शक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए पत्र में केंद्रीय
विद्यालय बनवाने के लिए जमीन उपलब्धता के बारे में कुरुक्षेत्र, जींद,
झज्जर व फतेहाबाद के जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है।
पहली से
बारहवीं तक होगा विद्यालय :
इन शहरों में अगर केंद्रीय विद्यालय बनते हैं
तो वहां पहली से बारहवीं तक की पढ़ाई होगी। इसमें विद्यार्थियों को सभी
आधुनिक शिक्षा मिलेगी। विद्यालय में तीनों संकाय की कक्षाएं भी होंगी।
बच्चों के रहने के लिए आवासीय सुविधाएं मिलेगी। खेलों संबधित तमाम सुविधाएं
मिलेंगी। बच्चों के विकास के सभी सुविधाएं जैसे सहपाठ्यक्रम गतिविधियां,
सास्कृतिक कार्यक्रम व विभिन्न प्रतियोगिता की सुविधाएं भी विद्यालय में
उपलब्ध होंगी। dj
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