रोहतक : एमडीयू में अब परीक्षा के दौरान हाजिरी पर विवाद नहीं होगा। पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एमडीयू ने स्टूडेंट्स की परीक्षा में हाजिरी को भी ऑनलाइन कर दिया है। सभी 10 जिलों में बने परीक्षा केंद्र की हाजिरी ई-मेल पर परीक्षा सदन की कंडक्ट ब्रांच में भेजनी होगी। तीन घंटे की परीक्षा खत्म होने से पहले ही स्टूडेंट्स की हाजिरी रिपोर्ट भेजनी होगी। एमडीयू के तहत आने वाले सभी कॉलेजों को इसके लिए एक फार्मेट जारी किया गया है।
सुबह और दोपहर कालीन परीक्षा की ऑनलाइन रिपोर्ट के लिए सेंटर सुपरिंटेंडेंट ही जिम्मेदार होगा। समय पर हाजिरी रिपोर्ट ई-मेल पर मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी। बता दें कि दोषी पाए जाने पर सेंटर सुपरिंटेंडेंट को परीक्षा प्रक्रिया से बाहर भी किया जा सकता है।
नहीं रहेगी हेरा-फेरी की संभावना
"यह फैसला परीक्षा प्रणाली को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए लिया गया है। इससे परीक्षा परिणाम तैयार करने में भी देरी नहीं होगी। परीक्षा परिणाम समय पर जारी किया जा सकेगा। जो स्टूडेंट्स अनुपस्थित हैं, उनकी सूची पहले से परीक्षा सदन में होगी ताकि कोई तकनीकी गलती दोहराई जा सके। इन कदमों से किसी तरह की हेराफेरी की संभावना नहीं रहेगी।"-- डॉ. बीएस सिंधु, परीक्षा नियंत्रक
यह होगा फायदा
1. गैरहाजिर स्टूडेंट का पहले से ही परीक्षा सदन में रिकॉर्ड होगा। गैरहाजिर पर रिजल्ट लेट आदि लिखने की संभावना कम होगी। कई बार गैरहाजिर स्टूडेंट आरएलए लिखा होने पर उपस्थित होने का दावा ठोक देते थे।
2. हाजिर स्टूडेंट की अटेंडेंस ऑनलाइन जाने के बाद गड़बड़ी की संभावना कम होगी
3. परीक्षा परिणाम जल्दी और कम गलतियों के किया जा सकेगा जारी
सभी सीट को करना होगा चैक
परीक्षा केंद्र में परीक्षा के बाद हर स्टूडेंट्स की उत्तरपुस्तिका में खाली पेजों को भी क्रॉस चैक करना जरूरी होगा। यह काम परीक्षा सुपरवाइजर को सुनिश्चित करना होगा। बता दें कि हाल ही में एक सहायक प्रोफेसर को उत्तरपुस्तिका में खाली पेज होने के चलते बिना चैक किए छोड़ देने पर दो साल के लिए परीक्षा प्रक्रिया से प्रतिबंधित कर दिया गया है। db
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