** हसला ने जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर जताई आपत्ति
रोहतक : 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में खराब रिजल्ट वाले सरकारी स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों में क्लास लगाने का प्रशासन का प्लान सिरे चढ़ता नहीं दिख रहा। स्कूलों में सरकारी आदेश की वजह से अध्यापक तो पहुंच रहे हैं, लेकिन बच्चे छुट्टियां मनाने गए हुए हैं।
सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी सत्यावती नांदल से हसला के जिला प्रधान बलजीत सहारण हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय वित्त सचिव दिलबाग अहलावत मिले। उन्होंने बताया कि शिक्षा सुधार के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रयास किए, लेकिन 95 प्रतिशत स्कूलों में एक भी छात्र के पहुंचने के कारण योजना फेल हो रही है। इसी प्रकार के आदेश पिछले साल ग्रीष्म अवकाश के दौरान भी दिए थे, जिस कारण सरकार द्वारा अध्यापकों को अर्जित अवकाश देना पड़ा, जिससे करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। छात्रों के नहीं आने की वजह से इसका कोई फायदा भी नहीं मिला।
आदेश नहीं केवल सुधार के लिए पत्र जारी
अध्यापक नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी को आश्वासन दिया कि परिणाम सुधार के लिए भविष्य में भी प्रयास किए जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा छुट्टियों में कक्षा लगाने का कोई आदेश भी नहीं है। सिर्फ शिक्षा में सुधार का पत्र जारी किया है। प्रतिकूल मौसम में सर्दी के कारण ही छुट्टियां की जाती हैं इस बार पंचायत चुनावों में अध्यापकों की ड्यूटियां लगी हैं। इस प्रकार दोहरी ड्यूटी भी बाधक बनेगी। अध्यापक नेताओं ने शिक्षकों से विवेक अनुसार पढ़ाई कराने की अपील की है। अध्यापक नेताओं ने कहा परिणाम सेमेस्टर नहीं अंतिम परीक्षाओं के बाद ही घोषित किया जाता है। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.