चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए
कि शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री
हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को साधारण स्नातक की उपाधि हासिल करने के
बजाए आईटीआई, कौशल विकास और अन्य व्यवसायिक कोसोर्ं में दाखिला लेने के लिए
प्रोत्साहित किया जाए। इससे वे बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त करने में
सक्षम होंगे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश में नए महाविद्यालयों की
जरूरत का आकलन करने के लिए पहली बार महाविद्यालयों का एक व्यापक वैज्ञानिक
मानचित्रीकरण किया गया है। प्रदेश में उच्चतर शिक्षा में सकल दाखिला अनुपात
30 प्रतिशत है, जोकि राष्ट्रीय स्तर से अधिक है। सीएम ने अफसरों को
निर्देश दिए कि शेष 70 प्रतिशत विद्यार्थियों के स्टेटस का विश्लेषण करवाने
के लिए सरकारी या किसी अन्य एजेंसी से सर्वेक्षण करवाया जाए। बैठक में
अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि
सेवानिवृत अध्यापन स्टाफ को नियमित अध्यापकों की नियुक्ति तक पुन: लगाने को
स्कूल शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग की पद्धति पर उच्चतर शिक्षा विभाग के लिए
भी एक नीति स्वीकृत की जाए। dj
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