मशीन को इंटरनेट से कनेक्ट करना जरूरी था। 800 रुपए प्रतिमाह बिल आता था। शुरू में तो बिलों का भुगतान किया गया, मगर छह माह सरकार ने बिल का भुगतान नहीं किया है। जिसका बकाया बिल तीन करोड़ रुपए है। यमुनानगर के हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के राज्य प्रधान प्रदीप सरीन ने बताया कि सरकार को चाहिए था कि पहले वह पूरे इंतजाम करती तब मशीनों काे लगाना चाहिए था।
इधर, यमुनानगर बीएसएनएल के डीजीएम सुरेश कुमार बंसल ने बताया कि यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। db
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