गोहाना : हरियाणा राजकीय स्कूल अध्यापक संघ के पदाधिकारियों ने सर्दी की छुट्टियों के दौरान कक्षाएं लगाने संबंधी विभाग के फैसले का विरोध किया है। पदाधिकारियों की बैठक बरोदा स्थित संगठन के कार्यालय पर हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मोर ने की। बैठक में सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में आगामी विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा के घेराव में बढ़ चढ़कर भाग लेने का निर्णय लिया। मोर ने बताया कि सरकार स्कूलों के खराब परीक्षा परिणाम के लिए टीचरों को जिम्मेदार ठहरा रही है। इसके चलते सरकार ने सर्दी की छुट्टियां रद्द कर स्कूलों में कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए हैं।
सरकार द्वारा टीचरों को गैर शैक्षणिक कार्यों में व्यस्त रखा जाता है। अधिकांश टीचर विद्यार्थियों के खाते खुलवाने, आधार लिंक करवाने आदि कार्यों में व्यस्त रहते हैं। इससे स्कूलों में शिक्षा प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि विभाग ने गर्मी की छुट्टियों में स्पेशल कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए थे। टीचर कक्षाओं में विद्यार्थियों का इंतजार करते रहते थे। ऐसी ही स्थिति सर्दी की छुट्टियों में होगी। इसी को देखते हुए अध्यापक संघ ने विभाग के सर्दी की छ़ट्टियों में कक्षाएं लगाने संबंधी निर्णय का विरोध किया है।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बायोमीट्रिक मशीन के नाम पर शिक्षा के बजट को व्यर्थ किया जा रहा है। जिस कारण विद्यार्थियों को स्कूलों में असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
टीचरों के रिक्त पदों को भरने से सुधरेगा शिक्षा का स्तर
संघ के जिला सचिव जोगेंद्र सिंह ने कहा कि स्कूलों में शिक्षा का स्तर टीचर के रिक्त पदों को भरने से सुधरेगा। प्रदेश में टीचरों के हजारों पद रिक्त पड़े हैं। वहीं विभाग द्वारा गेस्ट टीचरों को सरप्लस के नाम पर हटा दिया गया है। इससे स्कूलों में शिक्षा प्रभावित हो रही है। सरकार को स्कूलों में टीचरों के रिक्त पदों को भरना चाहिए, जिससे स्कूलों में नियमित कक्षाएं लग सकें।
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