फतेहाबाद : स्कूली स्टूडेंट्स के आधार कार्ड यदि बैंक खाते से लिंक नहीं हुआ तो संबंधित स्कूल मुखिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह फरमान प्रदेश की अतिरिक्त मुख्य सचिव केसरी आनंद अरोड़ा की ओर से ये सभी शिक्षा अधिकारियों के साथ स्कूल मुखियाओं को भेजे गए हैं। फरमान आने के बाद स्कूल मुखिया और शिक्षा अधिकारी भी हरकत में गए हैं। अब उन स्टूडेंट्स के भी आधार कॉर्ड बनवाए जा रहे हैं जो किसी वजह से रह गए थे।
दरअसल, राज्य सरकार की अोर से सरकारी योजनाओं का पैसा स्टूडेंट्स को सीधा उनके खाते के जरिए देने की तैयारी चल रही है। अब तक तो स्कूल मुखियाओं के जरिए स्टूडेंट्स को योजनाओं का लाभ मिलता रहा है। लेकिन कई बार ऐसी शिकायतें भी आई जब स्टूडेंट तक लाभ पहुंचने में काफी देरी होती रही है। शिकायतों को दूर करने के लिए ही अब सरकार बिचौलिए की भूमिका खत्म करने जा रही है। इसी वजह से पहले सभी सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी स्टूडेंट्स के आधार कार्ड बनाने के आदेश दिए गए थे। फिर योजनाओं का लाभ लेने वाले स्टूडेंट्स के बैंक खाते खुलवाने की बात कही गई थी। अब आधार कार्ड को उनके बैंक खाते से लिंक करवाने में सख्ती दिखाई जा रही है। फतेहाबाद के उप जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने बताया कि सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वाले स्टूडेंट्स के बैंक खाते से आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक करने के बारे में अतिरिक्त मुख्य सचिव के आदेश आए हैं। उनके आदेशानुसार काम तेजी से हो रहा है। अगर कोई स्कूल मुखिया ऐसा करेगा तो सरकार स्वयं उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
इन योजनाओं का मिलेगा लाभ
स्टूडेंट्स को सरकार की ओर से विशेष स्कॉलरशिप के साथ कक्षा में अव्वल रहने वाले छात्रों को वजीफा दिया जाता है। अनुसूचित, पिछड़ी जाति और बीपीएल परिवारों से जुड़े 99 फीसदी स्टूडेंट्स को भी सरकार की ओर से कई तरह का लाभ दिया जाता है। इसके अलावा साइंस के बच्चों को इंस्पायर अवार्ड के तहत नकद पुरस्कार दिया जाता है। छात्रों को प्री मैट्रिक पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप का लाभ भी सरकार की ओर से दिया जाता है।
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