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Thursday, 24 December 2015

बायोमीट्रिक सिस्टम बना जी का जंजाल

** परेशानी : बिजली कटों व इंटरनेट की दिक्कत से नहीं कोई उपयोग
घरौंडा : स्कूलों में लगाई गई बायोमीट्रिक मशीन ग्रामीण क्षेत्र में कर्मचारियों के लिए जी का जंजाल बनी हुई हैं। गांवों में बिजली व इंटरनेट की कमी के कारण कई स्कूलों में अभी बायोमीट्रिक मशीन चल नही पाई हैं। जिससे कर्मचारियों ने हाजरी लगाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सर्व कर्मचारी ब्लॉक प्रधान नरेंद्र कुमार चोपड़ा ने स्कूलों में संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है। शहर व आसपास के गांवों में 13 सीनियर सेकेंडरी स्कूल व 15 हाई स्कूल हैं। सभी स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन जा चुकी हैं। कई गांवों में बायोमीट्रिक मशीन चलाने के लिए संसाधन न होने के कारण मशीन चल नही पा रही हैं। सरकार की ओर से स्कूलों में संसाधन भी उपलब्ध नही करवाएं गए हैं। जिससे अध्यापकों ने जुगाड़ के कारण मशीन को चलाना पड़ रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व नेट की भारी समस्या है। जिन स्कूलों में मशीन को के साथ जोड़ा गया है वहां पर बिजली की समस्या होने के कारण कंप्यूटर चल नहीं पाते। वहीं अधिकतर गांवों में नेट की समस्या भी चल रही है। सरकार ने कर्मचारियों को बायोमीट्रिक मशील चलाने के कड़े निर्देश दिए हुए हैं। अगर दिसंबर माह में सभी स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन से हाजरी नही लगी तो कर्मचारियों का वेतन कटना शुरू हो जाएगा। जिस कारण अध्यापकों की सांसे फूली हुई हैं।
आनन-फानन से पहुंचते हैं स्कूल : 
स्कूल के अध्यापक बड़ी ही भाग-दौड़ के साथ स्कूलों में पहुंचते हैं, लेकिन किसी कारणवंश बायोमीट्रिक मशीन नहीं चलती तो अध्यापकों के सामने भारी समस्या खड़ी हो जाती हैं। अध्यापकों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि सरकार ने स्कूलों में अभी तक पूरे संसाधन नही भेजे हैं। जिससे बायोमीट्रिक मशीन चलाने में परेशानी आ रही है।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने निर्देश दिए है कि किसी भी सूरत में बायोमीट्रिक चलनी चाहिए। अगर बायोमीट्रिक मशीन से हाजरी नही लगी तो दिसंबर से वेतन कटना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि गांव में बिजली की समस्या है और नेट की रेंज भी नही आती। जिससे बायोमीट्रिक मशीन चल नही रही है।
इन गांवों में आ रही है दिक्कत : 
गांव फुरलक, लालुपूरा, हसनपुर, स्टौंडी ब्यॉय आदि अन्य कई गांवों में संसाधनों की कमी के कारण मशीन नहीं लग पाई हैं। मशीन ने लगने से अध्यापकों को भारी परेशानी हो रही है। यमुना क्षेत्र के गांवों में नेट की रेंज उत्तर प्रदेश की आ जाती है, इसलिए उन गांवों में अध्यापकों को भारी दिक्कत आ रही है। इस समस्या के समाधान के लिए अध्यापकों ने खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित में दे दिया है और उन्होंने विभागीय अधिकारियों को भेज दिया है।
सरकार स्कूल में संसाधन उपलब्ध कराए : 
सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान नरेंद्र चोपड़ा ने कहा कि सरकार ने विभागों में बायोमीट्रिक मशीन लगा दी है, लेकिन संसाधन उपलब्ध नहीं कराए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों पर विश्वास नही है, इसलिए बायोमीट्रिक मशीन लगा दी है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूलों में संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए।                                                                   dj 

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