** एजुकेशन बोर्ड नेे मांगे हैं ऑनलाइन सुझाव, 27 दिसंबर तक दे सुझाव
सोनीपत : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से जुड़े उन सैकड़ों विद्यार्थियों के लिए बोर्ड के 10वीं और 12वीं के सर्टिफिकेट के फॉर्मेट में जल्द ही बदलाव होने वाला है। बोर्ड सर्टिफिकेट में प्रेक्टिकल नंबर दर्ज करने से लेकर उसके पीछे लिखी जाने वाली सूचना में बदलाव लाने जा रहा है।
नए फॉर्मेट को लेकर एजुकेशन बोर्ड की ओर से ऑनलाइन सुझाव मांगे गए हैं। बोर्ड की ओर से जारी किए जाने वाले 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा के सर्टिफिकेट के आधार पर अभी विद्यार्थियों को अन्य प्रदेशों में एडमिशन लेने पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये परेशानी बोर्ड की ओर से जारी फॉरमेट के कारण है। इसमें खासकर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते समय स्टूडेंट्स को ज्यादा परेशानी आती है। इस कारण बोर्ड दोनों क्लास के सर्टिफिकेट में संशोधन करने जा रहा है।
इसलिए शिक्षा बोर्ड को करना पड़ा बदलाव :
बोर्ड के सर्टिफिकेट में प्रेक्टिकल मार्क्स पीछे की तरफ लिखे जाते हैं। ऐसे में हरियाणा से बाहर की यूनिवर्सिटी को इस फॉर्मेट पर आपत्ति हैं, क्योंकि थ्योरी मार्क्स और प्रेक्टिकल मार्क्स के प्रतिशत को अलग-अलग लिखा जाता है।
विद्यार्थियों के रि चैकिंग के बाद मार्क्स होंगे फाइनल :
हरियाणाशिक्षा बोर्ड के स्टूडेंट्स पहले सेमेस्टर के रिजल्ट के बाद री-मार्किंग और री-चेकिंग करवा सकते हैं। अगर मार्किंग और चेकिंग के बाद आने वाले मार्क्स ही मान्य होंगे। 17 दिसंबर को हरियाणा बोर्ड के पहले सेमेस्टर का रिजल्ट जारी हुआ है। इसमें 50 पर्सेंट से ज्यादा स्टूडेंट्स के मार्क्स औसत से भी कम हैं।
संशोधन को लेकर शिक्षा जगत से जुड़े शिक्षाविदों, स्कूलों से जुड़े टीचर्स, लेक्चरर्स, प्रिंसिपल के साथ-साथ अन्य बुद्धिजीवी वर्ग से बोर्ड सुधारीकरण की दिशा में सुझाव मांग रहा है। सुझाव सहायक निदेशक की ई-मेल आईडी adew@bseh.org.in पर भेज सकते हैं। इन सुझावों के आधार पर ही सर्टिफिकेट में बदलाव होंगे। ये सुझाव 27 दिसंबर तक भेजे जा सकते हैं। db
सोनीपत : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से जुड़े उन सैकड़ों विद्यार्थियों के लिए बोर्ड के 10वीं और 12वीं के सर्टिफिकेट के फॉर्मेट में जल्द ही बदलाव होने वाला है। बोर्ड सर्टिफिकेट में प्रेक्टिकल नंबर दर्ज करने से लेकर उसके पीछे लिखी जाने वाली सूचना में बदलाव लाने जा रहा है।
नए फॉर्मेट को लेकर एजुकेशन बोर्ड की ओर से ऑनलाइन सुझाव मांगे गए हैं। बोर्ड की ओर से जारी किए जाने वाले 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा के सर्टिफिकेट के आधार पर अभी विद्यार्थियों को अन्य प्रदेशों में एडमिशन लेने पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये परेशानी बोर्ड की ओर से जारी फॉरमेट के कारण है। इसमें खासकर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते समय स्टूडेंट्स को ज्यादा परेशानी आती है। इस कारण बोर्ड दोनों क्लास के सर्टिफिकेट में संशोधन करने जा रहा है।
इसलिए शिक्षा बोर्ड को करना पड़ा बदलाव :
बोर्ड के सर्टिफिकेट में प्रेक्टिकल मार्क्स पीछे की तरफ लिखे जाते हैं। ऐसे में हरियाणा से बाहर की यूनिवर्सिटी को इस फॉर्मेट पर आपत्ति हैं, क्योंकि थ्योरी मार्क्स और प्रेक्टिकल मार्क्स के प्रतिशत को अलग-अलग लिखा जाता है।
विद्यार्थियों के रि चैकिंग के बाद मार्क्स होंगे फाइनल :
हरियाणाशिक्षा बोर्ड के स्टूडेंट्स पहले सेमेस्टर के रिजल्ट के बाद री-मार्किंग और री-चेकिंग करवा सकते हैं। अगर मार्किंग और चेकिंग के बाद आने वाले मार्क्स ही मान्य होंगे। 17 दिसंबर को हरियाणा बोर्ड के पहले सेमेस्टर का रिजल्ट जारी हुआ है। इसमें 50 पर्सेंट से ज्यादा स्टूडेंट्स के मार्क्स औसत से भी कम हैं।
संशोधन को लेकर शिक्षा जगत से जुड़े शिक्षाविदों, स्कूलों से जुड़े टीचर्स, लेक्चरर्स, प्रिंसिपल के साथ-साथ अन्य बुद्धिजीवी वर्ग से बोर्ड सुधारीकरण की दिशा में सुझाव मांग रहा है। सुझाव सहायक निदेशक की ई-मेल आईडी adew@bseh.org.in पर भेज सकते हैं। इन सुझावों के आधार पर ही सर्टिफिकेट में बदलाव होंगे। ये सुझाव 27 दिसंबर तक भेजे जा सकते हैं। db
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