.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Friday, 13 February 2015

परीक्षा परिणाम ऑनलाइन करने की योजना हुई फ्लाप

सोनीपत : शिक्षा विभाग की प्राइमरी वर्ग की परीक्षा परिणाम को ऑनलाइन करने की योजना कामयाब नहीं हो सकी है। विभाग की ओर से इस बार प्राइमरी एवं मिडिल वर्ग में विद्यार्थियों के टेस्ट लिए गए थे। 
यही नहीं उनकी एवं शिक्षक के प्रयासों का आंकलन करने के लिए परिणाम जारी करने एवं उसे ऑनलाइन जारी करने की भी घोषणा की थी, लेकिन संसाधनों के अभाव में विभाग की यह योजना सफलता से कहीं दूर हो गई है। परीक्षा में सोनीपत के करीब 66 हजार बच्चों ने इनमें भाग लिया था। 
यह थी योजना 
मासिक टेस्ट 28 से 31 जनवरी तक सभी राजकीय स्कूलों में पहली से 8वीं तक के मंथली एग्जाम लिए गए थे। रिजल्ट ऑनलाइन करने के लिए डिपार्टमेंट को दो फरवरी तक का समय भी दिया गया था। सिम (स्कूल इंफॉर्मेशन मैनेजर) के माध्यम से रिजल्ट एजुकेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर डालने थे। 
अब शिक्षा विभाग ने दी शिक्षकों को यह सलाह
जिन स्कूलों को अपने रिजल्ट ऑनलाइन करने में परेशानी रही है, वे साइबर कैफे में जाकर अपने पास के सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में जाकर रिजल्ट को ऑनलाइन करवाएं। रिजल्ट ऑनलाइन करने का काम स्कूल इन्फॉरमेशन मैनेजर को दिया गया है। 
शिक्षा विभाग की इस कारण फेल हुई योजना 
दरअसल, इसमें सबसे बड़ी बाधा स्कूलों में इंटरनेट व्यवस्था होना बताया गया। इसके चलते टीचर्स को साइबर कैफे में जाकर अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। इसलिए काफी शिक्षकों ने इसे अतिरिक्त जिम्मेदारी मानते हुए अपनी रिपोर्ट भेजने में ही कंजूसी बरती। क्योंकि प्राइमरी और मिडल स्कूलों में तो कंप्यूटर है, ही इंटरनेट उपलब्ध है।                              db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.