सिरसा : शनिवार को खतरावा के गुरप्रीत की पंजाब के फतेह गांव में शादी थी। बारात सुबह 10 बजे गांव पहुंची और 12 बजे उसने लावां (फेरे) लिए। उसी समय एक फोन आया और गुरप्रीत को तुरंत सिरसा डीईओ दफ्तर पहुंचने को कहा गया। इसके बाद गुरप्रीत बोला-पहले ज्वाइन कर आऊं, दुल्हन फिर ले जाऊंगा। 4 बजे उसने पंजाबी विषय के जूनियर लेक्चरर के रूप में ज्वाइन किया और फिर दुल्हन लाने के लिए रवाना हो गया। db
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