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Wednesday, 18 December 2013

'बैकफुट' पर आया शिक्षा विभाग, पुरानी स्कीम से मिलेगी मिड-डे मील की राशि

सिरसा : शिक्षा विभाग की मिड-डे मील के तहत राशि सीधे दुकानदार के खाते में डालने की योजना कामयाब नहीं हो पाई। विभाग 'बैकफुट' पर आ गया है और पुरानी पद्धति के अनुसार ही अब स्कूलों के खातों में ही राशि जारी होने की योजना है। पहले चरण में जिला के विभिन्न स्कूलों के खातों में 45 लाख से अधिक की राशि मंगलवार को ही जारी की गई है।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील को लेकर शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया था कि योजना के फंड की राशि स्कूल खातों में न डाल कर सीधे सामान लेने वाली फर्म के खातों में डाली जाए। ताकि गफलत और गड़बड़ की गुंजाइश न रहे। लेकिन, नई योजना से सभी स्कूलों में स्थिति खराब होने लगी। क्योंकि स्कूल संचालक मिड-डे मील का सारा सामान हर बार एक ही दुकानदार या फर्म से नहीं खरीदते। ऐसे में हर बार अलग-अलग दुकानदारों के खातों की लिस्ट विभाग को सौंपना संभव नहीं था। इसके अलावा कई बार छोटे दुकानदारों से सामान खरीदा जाता है जिनका बैंक अकाउट ही नहीं होता। इतना ही नहीं दूध विक्रेता और किराना संचालकों का खाता होना भी संभव नहीं होता। नई योजना से तो कुछ दुकानदारों ने सामान देना ही बंद कर दिया था। इस बात की शिकायत स्कूलों से मिली तो जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने इस संबंध में विभाग को पत्र लिखा। इस पर संज्ञान लेते हुए विभाग ने अपनी योजना को बदलने का निर्णय लिया है। अब पुरानी पद्धति के अनुसार मिड-डे मील की राशि स्कूल के खातों में ही जाएगी।
जारी हो चुकी है 45 लाख से अधिक राशि
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से मंगलवार को जिला के विभिन्न स्कूलों के लिए मिड-डे मील की 45 लाख से अधिक की राशि जारी हुई है। सभी स्कूलों के खातों में मिड-डे मील का फंड ट्रासफर किया गया है।
सात माह से रहे स्कूलों के बिल
सरकार की ओर से नई योजना लागू होने के कारण स्कूलों की ओर से भेजे गए बिल अटके हुए थे। खजाना विभाग ने सभी स्कूलों के बिल यह कहते हुए रोक लिए थे कि जहा से वह सामान खरीदते है उन फर्मो के नाम और खाता संख्या की जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
समस्या हल हो चुकी है : डीइइओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) सुरेश कुमार ने बताया कि स्कूलों की मिड-डे मील को लेकर आ रही समस्या का समाधान हो गया है। विभाग की ओर से भेजे गए फंड में से पहले चरण में कुछ स्कूलों के बिल क्लीयर होने पर 45 लाख से अधिक की राशि मंगलवार को जारी कर दी गई है। स्कूलों के खातों में पैसा ट्रासफर किया गया है।                           dj


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