रोहतक : हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने अपनी मांगों को लेकर शहर में प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि भाजपा ने चुनाव से पहले कर्मचारियों को लेकर कई वादे किये थे, परंतु एक साल बीतने के बाद भी भाजपा सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया, बल्कि प्रदेश में कर्मचारी विरोधी नीतियों को लागू किया गया। प्रदर्शन में 7 जिलों के कर्मचारियों ने भाग लिया।
बुधवार दोपहर को मानसरोवर पार्क में काफी संख्या में करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी और जींद से कर्मचारी महासंघ के महासचिव के नेतृत्व में एकत्रित हुए। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा ने कहा कि सरकार ने जो कर्मचारी वर्ग से चुनाव के समय वादे किये थे, वह केवल मात्र कर्मचारियों का वोट हथियाने के लिए किये थे। सरकार ने वादे तो पूरे नहीं किये उलटा कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी। शर्मा ने कहा कि यदि सरकार महासंघ को बुलाकर बातचीत द्वारा समस्याओं का निपटान नहीं करेगी तो हरियाणा कर्मचारी महासंघ व प्रदेश का कर्मचारी सरकार के विरूद्ध निर्णायक व आर-पार की लड़ाई लड़ने पर मजबूर होगा। जिसकी पूर्ण रूप से सरकार जिम्मेवार होगी।
16 को गुड़गांव कमिश्नरी में प्रदर्शन :
हरियाणा कर्मचारी महासंघ अब 16 दिसबर को गुड़गांव कमिश्नरी में विरोध प्रदर्शन करेगा। यदि तब तक सरकार व मुख्यमंत्री ने बातचीत द्वारा मानी गई मांगों को लागू नहीं करते तो उस दिन राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन को तेज करते हुए बड़े संघर्ष का ऐलान किया जायेगा। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि हाल ही में सरकार के उस परिपत्र की धज्जियां उड़ाई जिसमें मुख्य सचिव द्वारा विरोध-प्रदर्शन, धरने व हड़ताल पर रोक लगाये जाने की बात कही गई थी। dt
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