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Tuesday, 8 December 2015

बरखा सीरीज : पहले सीखेंगे पढ़ाने का स्टाइल फिर पढ़ाएंगे

** बरखा सीरीज : सरकारी स्कूलों में शिक्षा स्तर ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा विभाग ने अध्यापकों को प्रशिक्षण देना शुरू किया 
अम्बाला सिटी : बच्चों को अ, आ, इ, पढ़ाने, लिखाने बोलना सिखाने से पहले अब अध्यापकों को भी बच्चों को पढ़ाने का प्रशिक्षण लेना होगा। इसके लिए विभाग ने अध्यापकों को ट्रेनिंग देना भी आरंभ कर दिया है, ताकि अध्यापक बच्चों को ठीक तरह से पढ़ा सकें। 
दरअसल, सरकारी स्कूलों में गिरते शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्राइमरी से ही बच्चों को निजी स्कूलों के बच्चों की तरह एक्टिव बनाने के लिए सभी सरकारी स्कूलों में बरखा सीरीज शुरू की है। इसके तहत प्राइमरी स्कूल के बच्चों को हिंदी पढ़ना, लिखना बोलना सिखाया जाएगा। इस सीरीज के तहत बच्चे किताब पर चित्र देखकर उस पर कहानी बनाना सीखेंगे। बरखा सीरीज में फाइनल प्रतियोगिता मंगलवार सुबह दस बजे सिटी के पुलिस लाइन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से शुरू की जाएगी। 
14 स्कूलों के अध्यापकों की दी जा रही ट्रेनिंग: 
बच्चों के शिक्षा स्तर को उठाने हिंदी गणित विषय को उन्हें किस प्रकार से पढ़ाया जाए, इसके लिए विभाग की ओर से करीब 14 स्कूलों के अध्यापकों को अधिगम संवर्धन कार्यक्रम के तहत 10 दिन की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस प्रकार अलग-अलग समय में सभी अध्यापकों को इस प्रकार की ट्रेनिंग दी जाएगी। 
"बरखा सीरीज में बच्चों को चित्र दिखा उस पर कहानी बनवाई जाएगी ताकि बच्चों को ज्ञान बढ़ सके। वहीं बच्चों को सही तरीके से पढ़ाने के लिए अध्यापकों भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।"-- रविंद्रसिंह, खंड शिक्षा अधिकारी, अम्बाला सिटी 
दूसरी तीसरी के बच्चों को किया जाएगा शामिल 
बरखा सीरीज में करीब 325 प्राइमरी स्कूलों के दूसरी तीसरी के बच्चों को शामिल किया जाएगा। मंगलवार को आयोजित इस सीरिज में ब्लॉक अम्बाला वन के करीब 47 स्कूलों के 200 बच्चों को शामिल किया जाएगा। इन्हें एक-दूसरे के स्कूलों के अध्यापकों किताब पर चित्र दिखा उनसे उन पर कहानी बनवाएंगे। 
लगानी होगी अलग से क्लास : 
यदि इस सीरीज में किसी भी स्कूल के बच्चे अपना अच्छा परिणाम नहीं दे पाए तो स्कूल के अध्यापकों को ऐसे बच्चों को स्कूल से अलग समय देकर पढ़ाना हाेगा ताकि बच्चे अन्य अच्छे बच्चों की श्रेणी में सकें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो विभाग द्वारा अध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

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