सिरसा : हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में
अब विटामिन-सी की कमी नहीं होगी। साथ ही उक्त विटामिन की कमी से होने वाली
बीमारियां उन्हें घेर नहीं सकेंगी, क्योंकि सूबे के सरकारी स्कूलों में
विद्यार्थियों को मिड डे मील में आंवला डाइट के रूप में दिया जाएगा। बता
दें कि विटामिन-सी की कमी के कारण अधिकांश विद्यार्थियों की नेत्र क्षमता
कम हो जाती है और उन्हें चिकित्सक की सलाह के बाद नजर के चश्मे लगाने पढ़ते
हैं। खासकर चश्मा लगे हुए विद्यार्थियों को पढ़ने में काफी तरह की
दिक्कतें महसूस होती है। उक्त बात को ध्यान में रखकर ही शिक्षा विभाग के
निदेशक द्वारा विद्यार्थियों में विटामिन-सी की कमी को पूरा करने के लिए
तमाम मौलिक शिक्षा अधिकारियों को एक पत्र भेजा है। पत्र क्रमांक
13-3/2015-ईई5 (एमडीएम-1-2) के अनुसार निदेशक द्वारा इसे मिड डे मिल में
डाइट के रूप में देने के आदेश जारी हुए हैं।
आदेश के मिलते ही मौलिक
शिक्षा अधिकारियों ने इस ओर अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। पत्र के
मुताबिक अगले माह से ही विद्यार्थियों को डाइट के रूप में सब्जी, दाल एवं
अचार में आंवला मिलेगा। पत्र में भारत सरकार द्वारा भी इसे मिड डे मिल
स्कीम के अंतर्गत व्यंजन में शामिल किए जाने का अनुरोध करने का हवाला दिया
गया है। साथ ही आंवला के गुणों का बखान किया गया है।
अगले माह से किया जाएगा शामिल
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि निदेशक द्वारा भेजा गया है पत्र उन्हें मिल चुका है। अगले माह से ही मिड डे मिल में शामिल किया जाएगा। वैसे इस बाबत स्कूल मुखियाओं को आदेश जारी किए जा चुके है।
कम लागत में बनेंगे आंवला चावल एवं आंवला कैंडी
पत्र में मिड डे मिल स्कीम में आंवला में विटामिन सी के प्रचुर मात्र में होने की जानकारी दी गई है। साथ ही इसमें कैल्शियम, आयरन, फासफोरस तथा विटामिन बी काम्प्लैक्स के होने का दर्शाया गया है। साथ ही व्यंजन सूची के 7 एवं 9 में शामिल करने के आदेश दिए गए हैं। कम लागत में आंवला चावल, आंवला सब्जी, आंवला कैंडी, आंवला अचार बनाने का भी उल्लेख किया गया है। dj
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