** सीएम विंडो पर शिकायत,जांच में हो सकता बड़ा खुलासा
भिवानी : उच्च न्यायालय के आदेश पर हाल में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 8450
जेबीटी शिक्षकों के अंगूठों की करवाई गई जांच में एक नया सनसनीखेज खुलासा
हो गया है। इस जांच के दौरान भी गड़बड़ी कर कुछ शिक्षक बचने में कामयाब हो
गए।
एक शिक्षिका द्वारा गड़बड़ी करने पर इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच
ने नए सिरे से शुरू कर दी है। एक मामला तो पकड़ में आ चुका है और ऐसे में
यदि बड़े पैमाने पर जांच की जाए तो बड़ा गड़बड़झाला उजागर हो सकता है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहतक निवासी जेबीटी शिक्षिका
राजरानी के खिलाफ उसके ही परिवार के एक सदस्य सुमित नामक व्यक्ति ने सीएम
¨वडो के माध्यम से शिकायत की थी। उक्त शिक्षिका जींद जिले के शामलो कलां की
रहने वाली है और रोहतक में रहती है। शिकायतकर्ता का आरोप था कि उक्त
शिक्षिका का नाम फर्जी अंगूठों वाली रिपोर्ट में था, लेकिन मधुबन जांच टीम
के साथ मिलीभगत कर सही दिखाया गया।
नई सरकार ने इस मामले की गंभीरता को
समझते हुए क्राइम ब्रांच को जांच के आदेश दे दिए हैं। क्राइम ब्रांच के
अधिकारियों ने मंगलवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड मुख्यालय पर पहुंच
कर आरोपी शिक्षिका का रिकार्ड कब्जे में ले लिया है। रिकार्ड में हेराफेरी
की बात सामने आ गई है।
फर्जी सर्टिफिकेट के दोनों मामलों में फर्जीवाड़े
का तरीका एक
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की पात्रता परीक्षा शाखा के
रिकार्ड में छेड़छाड़ कर दोनों ही सर्टिफिकेट तैयार किए गए थे।
दोनों सर्टिफिकेट फर्जी मिले हैं और रिजल्ट शीट से असली पेज फाड़कर पास
अंकों वाला पेज लगाया हुआ है। सूत्र बताते हैं कि फर्जी सर्टिफिकेट में
फंसी दोनों ही शिक्षिकाएं सोनीपत जिले से हैं और दोनों ने ही 2011 के एचटेट
का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया
हुआ था।
उधर एचटेट लेवल-3 के प्रश्न पत्र लीक प्रकरण का मुख्य आरोपी
रंधावा भी सोनीपत जिले से संबंध रखता है। उक्त आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त
से बाहर है। उसकी तलाश जारी है।
ये
थी रिपोर्ट
कुल : 8450
फर्जी अंगूठे पाए गए : 1200
इनमें 300 के हस्ताक्षरों का नहीं हुआ था मिलान
सही पाए
गए : 1100
संदेह में : 6150 dj
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