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Saturday, 12 October 2013

बोर्ड की व्यवस्था से विद्यार्थी व शिक्षक परेशान

** शिक्षकों को परेशान न करे बोर्ड
** विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र में परेशानी तो प्राध्यापकों को परीक्षा ड्यूटी में, 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है 12वीं की परीक्षा
सोनीपत: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित बोर्ड परीक्षा इस बार विद्यार्थियों पर भारी पड़ रही है। विद्यार्थियों को उनके रोल नंबर अभी तक ठीक से नहीं मिले हैं, तो परीक्षा डयूटी को लेकर प्राध्यापक वर्ग में भी बोर्ड के प्रति नाराजगी पैदा हो गई है।
आरोप है कि बोर्ड की ओर से वरिष्ठता सूची को ध्यान में रखकर ड्यूटी नहीं लगाई गई है। शिकायत के बाद अब बोर्ड व्यवस्था दुरुस्त करने का आश्वासन दे रहा है। बड़ा सवाल यह है कि परीक्षा शुरू होने में चार ही दिन शेष हैं ऐसे में व्यवस्था कैसे सुधर पाएगी। जिले में 12वीं की परीक्षा 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है।
प्रवेश पत्र को लेकर परेशानी : 
बोर्ड से जारी 12वीं प्रथम सेमेस्टर के प्रवेश पत्र से छात्रों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऑनलाइन कट लिस्ट सही होने के बाद प्रवेश पत्र में त्रुटि मिल रही है। शिक्षक असमंजस में हैं कि इस प्रवेश पत्र के सहारे परीक्षा का संचालन कैसे करेंगे। मैन्युअली सुधार के लिए उन्हें बोर्ड कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ेंगे। किसी के प्रवेश पत्र में रोल नंबर गलत है तो किसी में छात्र की जगह छात्रा के फोटो जारी कर दिए गए। विषय व नाम में भी गलती है।
गलती के बाद जारी की कट लिस्ट
बोर्ड कार्यालय को जब इस बात का अंदेशा हुआ तो आनन फानन में वेबसाइट पर कट लिस्ट डाल दी। करेक्शन के लिए ऑनलाइन मौका दिया, लेकिन जब पांच अक्टूबर को प्रवेश पत्र व रोल नंबर जारी किए गए तो उसमें फिर खामियां मिलीं। रोल नंबर व फोटो में हुई गलतियों में सुधार के लिए सरकारी स्कूलों के इंचार्ज अब बोर्ड कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। भिवानी मुख्यालय पहुंच कर प्रवेश पत्र में उन्हें मैन्युअली सुधार करवाना होगा।
"बोर्ड परीक्षा में शिक्षा बोर्ड की भूमिका इस बार ठीक नहीं है। बोर्ड को चाहिए कि वे रोल नंबर से लेकर परीक्षा ड्यूटी की व्यवस्था में सुधार करें। जिससे शिक्षक वर्ग भी अपनी जिम्मेदारी बेहतर ढंग से निभा सके।'' --रविंद्र कुंडू, जिला प्रधान, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ
दूर किया जाएगा शिकायतों को
"बोर्ड की ओर से शिक्षकों का डाटा मांगा गया था। उसके अनुसार ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें किसी भी प्राध्यापक को लगता है कि उनके साथ गलत हुआ है वे बोर्ड में संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त रोल नंबर संबंधित एक दो दिन के अंदर आने वाली आपत्तियों को दुरुस्त कर दिया जाएगा।''--महेंद्र पाल सिंह, संयुक्त सचिव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
परीक्षा ड्यूटी भी बन रही परेशानी का कारण :
12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए प्राध्यापकों की ड्यूटी में भी अनियमितता सामने आई है। बताया गया है कि बोर्ड ने ऐसे प्राध्यापकों को सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई जो वरिष्ठता के आधार पर अधीक्षक के योग्य हैं। इतना ही नहीं ऐसे कई सीनियरों को सुपरवाइजर बनाया गया है जो कभी भी प्राचार्य का पदभार संभाल सकते हैं। इसमें वर्ष 2004 के प्राध्यापकों को केंद्र अधीक्षक का जिम्मा दिया गया जबकि जो सुपरवाइजर बने हैं उनमें वे प्राध्यापक शामिल हैं जो 1993 या 2000 से पहले के हैं। एक केंद्र अधीक्षक के अधीन 5 से 10 सुपरवाइजर काम करेंगे। यह स्थिति तब है जब स्कूलों के स्टाफ का रिकॉर्ड ऑनलाइन है। इससे सीनियर प्राध्यापकों में अहम की स्थिति पैदा हो रही है।
दशहरे के दिन बंटेगा बस्ता
बोर्ड कार्यालय से केंद्र अधीक्षकों को सूचित किया गया है कि परीक्षा से दो दिन पहले 13 अक्टूबर को बस्ते बांटे जाएंगे। इसी दिन दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा। शिक्षक त्योहार मनाने के बजाए बस्ते को संभालने में जुटे रहेंगे।   db




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