हरियाणा में बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) योजना आरंभ की थी। लेकिन शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते अधिकतर विद्यालयों में यह सिस्टम बंद पड़ा हुआ है। जिसके कारण बच्चे कार्यक्रम देख पाने से गुणवत्ता शिक्षा ग्रहण करने से वंचित हैं। शिक्षा विभाग ने सन 2006 में प्राथमिक विद्यालयों में डीटीएच सिस्टम लगाए थे। लेकिन कुछ समय बाद से ही सिस्टम खराब पड़े हैं। जिनमें किसी की बैटरी, किसी की एलसीडी, किसी की छतरी खराब पड़ी हुई है। जिस कारण बच्चे शिक्षा विभाग द्वारा संचालित शिक्षा कार्यक्रमों से वंचित रह जाते हैं। डीटीएच सिस्टम ठीक कराने के लिए अध्यापकों ने समय-समय पर अपने अधिकारियों से कहा भी है। शिकायत के बावजूद एक बार मैकेनिक के आने से कोई फायदा नहीं हुआ। शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते योजनाओं को पलीता लग रहा है। अध्यापक संगठन के अधिकारी फूल कुमार ने कहा कि एक बहुत अच्छी योजना अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ रही है। उन्होंने सिस्टम को ठीक कराने के लिए टेक्नीशियन की नियुक्ति की मांग भी की, ताकि क्षेत्र के बच्चों को योजना का लाभ मिल सके। खंड शिक्षा अधिकारी रणधीर यादव ने माना कि डीटीएच सिस्टम खराब चल रहे हैं। जिन्हें ठीक कराने के लिए चंडीगढ़ से ही किसी कंपनी को ठेका दिया गया था। लेकिन इसका लाभ उन्हें नहीं मिला है। dbgrgn
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