नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के स्कूलों में वर्षो से बतौर अतिथि शिक्षक
(गेस्ट टीचर) सेवा दे रहे शिक्षकों को सरकार ने स्थायी नौकरी पर रखने का
अवसर प्रदान किया है। हालांकि, उन्हें इसके लिए एक ऑनलाइन परीक्षा से
गुजरना होगा। इसमें उत्तीर्ण होने पर वे स्थायी शिक्षक बन जाऐंगे। सरकारी
स्कूलों में 9623 अतिरिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
सीएम
अरविंद केजरीवाल के निर्देशों के मुताबिक शिक्षा विभाग ने अतिथि शिक्षक और
सर्व शिक्षा अभियान के तहत काम करने वाले कांट्रैक्ट टीचर को आयु सीमा में
छूट एवं एडिशनल मार्क्स वेटेज देने का फैसला लिया है। फैसले को लागू करने
से सालाना करीब 540 करोड़ रुपये खर्चा आएगा। दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने
प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे शिक्षा का अधिकार (आरटीई)
कानून के प्रावधानों के मुताबिक शिक्षक-छात्र अनुपात ठीक करने में मदद
मिलेगी। शैक्षिक सत्र 2012-13, 2013-14 और 2014-15 के दौरान काम करने वाले
अतिथि शिक्षक, जिन्होंने एक सत्र में कम से कम 120 दिन शिक्षण कार्य किया
है, उन्हें आयु सीमा में छूट दी जाएगी। रिक्रूटमेंट टेस्ट के लिए निर्धारित
अधिकतम अंक का 0.75 फीसद के बराबर की अतिरिक्त वेटेज भी अतिथि शिक्षकों को
उनके अनुभव के वर्ष के हिसाब से दी जाएगी, यह 2.25 फीसद से अधिक नहीं
होगी। यानी अगर किसी गेस्ट टीचर ने शैक्षिक सत्र 2012-13, 2013-14 और
2014-15 के दौरान हर सत्र में कम से कम 120 दिन शिक्षण कार्य किया है तो
उसे 2.25 फीसद का वेटेज मिल जाएगा। शिक्षको स्थायी करने के लिए एक ऑनलाइन
परीक्षा आयोजित की जाएगी। भारत सरकार की इंटरप्राइजेट एजुकेशनल कंसलटेंट
इंडिया लिमिटेड (एडसिल) यह परीक्षा लेगी। भर्ती की पूरी प्रक्रिया दिल्ली
सरकार का शिक्षा विभाग पूरी करेगा, जबकि एडसिल इस प्रक्रिया में सर्विस
प्रोवाइडर की भूमिका में होगा। विभिन्न कॉलेजों व संस्थानों में जहां
पर्याप्त कंप्यूटर और परीक्षा के लिए जरूरी आधारभूत ढांचा मौजूद है, वहां
यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। dj
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