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Monday, 3 November 2014

एसएससी की परीक्षा में ब्लूटुथ से नकल करने के आरोप में हरियाणा के 33 युवा पकड़े

** 6 हिमाचल में और 27 मध्यप्रदेश के अलग-अलग शहरों में पकड़े, एक लड़की भी 
हमीरपुर/छतरपुर/भोपाल : केंद्रसरकार के संस्थानों में सहायक ग्रेड-3 की भर्ती के लिए स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एसएससी) की रविवार को हुई प्रारंभिक परीक्षा में इलेक्ट्रानिक डिवाइस की मदद से नकल करने के आरोप में हरियाणा के 33 युवा पकड़े गए। इनमें से छह को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर और 27 को मध्यप्रदेश के छतरपुर, भोपाल, गुना रीवा में पकड़ा गया। इनमें एक लड़की भी है। छतरपुर में पकड़े गए युवकों ने झज्जर के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट से जुड़े होने की बात कही। उधर एसएससी के अधिकारियों ने पेपर कैंसिल करने के संबंध में स्थिति स्पष्ट नहीं की है। 
दाेपहर 2 बजे से शुरू हुए दूसरी पारी के पेपर के दौरान हमीरपुर के बाल सीनियर सेकंडरी स्कूल में कर्मचारियों ने आठ युवाओं को मिनी ब्लूटुथ की मदद से पेपर हल करते हुए पकड़ा। इनमें से एक युवती समेत 6 हरियाणा के रहने वाले हैं। इन्हें तब पकड़ा गया जब आधा पेपर हो चुका था। हमीरपुर के एएसपी शमशेर सिंह ने बताया कि हर पहलू की जांच की जा रही है। 
उधर मध्यप्रदेश में छतरपुर जिला मुख्यालय पर 18 युवा नकल करते पकड़े गए। महाराजा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एलएल कोरी के अनुसार, सुबह की पारी में हरियाणा के ईतेश कुमार की हरकतें स्टाफ को संदिग्ध लगीं। तलाशी में उससे मिनी ब्लूटुथ माइक मिला। पुलिस की पूछताछ में ईतेश ने बताया कि उसके साथ हरियाणा के कई और छात्र आए हुए हैं जिनका पेपर दोपहर बाद है। दूसरी पारी में दोपहर 2 बजे परीक्षा शुरू होते ही पुलिस ईतेश को लेकर महाराजा कॉलेज लॉ कॉलेज पहुंची जहां उसने 17 छात्रों की पहचान की। पुलिस ने सभी पर एफआईआर दर्ज कर ली। गुना में हिसार का दिनेश माइक्रोफोन लगाकर पेपर देते हुए पकड़ा गया। मध्यप्रदेश के ही रीवा में भी हरियाणा के छह युवा इसी तरह नकल करते पकड़े गए। 
एक बार खांसा तो ए-सेट
गुड़गांव का एक गिरोह एसएससी परीक्षा पास कराने का जिम्मा लेता है। हर छात्र से 4-4 लाख रुपए लेकर उन्हें खास तरह के कपड़े और इलेक्ट्रानिक डिवाइस दी जाती हैं। आन्सर पूछने से पहले छात्र को खांसना होता है। एक बार खांसने का अर्थ है ए-सेट का पेपर मिलना। इसके बाद मिनी ब्लूटुथ पर आन्सर बताए जाते हैं। 
ताबीज में छिपाए माइक
सभी युवाओं के नकल करने का तरीका एक जैसा था। उन्होंने मोबाइल फोन की तरह सिमकार्ड लगी छोटी डिवाइस अंडरगारमेंट्स में छुपा रखी थी। मिनी ब्लूटुथ को कान के अंदर तक घुसाया गया था और माइक ताबीज में लगे थे। कुछ ने खास तरह की बनियान पहन रखी थी जिसकी सिलाई में माइक के वायर छिपे थे। 
एफआईआर दर्ज, गुड़गांव के बड़े गिरोह का हाथ होने का संदेह 
हरियाणा से ही बताए जा रहे थे उत्तर
छतरपुर के एएसपी नीरज पांडे के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जिस नंबर से जवाब बताए जा रहे थे, वे हरियाणा के ही हैं। सबके पास एक साथ संदेश रहे थे। छतरपुर में पकड़े गए सभी युवक 2 लग्जरी वाहनों में पेपर देने आए थे। पुलिस ने शहर की कुछ धर्मशालाओं होटलों में भी छापे मारे जहां युवक ठहरे हुए थे। छतरपुर लॉ कॉलेज में एक युवक के पास पर्चे पर सभी उत्तर लिखे हुए भी मिले, जिससे आशंका है कि पेपर लीक हो चुका था।
200 के हॉल में 30 अभ्यार्थी 
हमीरपुर में नकल पकड़े जाने के बाद सिटिंग प्लान पर भी सवाल उठ रहे हैं। जिस हाॅल में परीक्षा चल रही थी, उसमें 200 अभ्यार्थी बैठ सकते हैं लेकिन वहां केवल 30 छात्र बैठे थे। ये सभी एक कमरे में कैसे बैठे? मोबाइल डिवाइस रेंज सबसे अलग-अलग कैसे जुड़ी? इन्हें कैसे पता लगा कि किसे किस सीरिज का प्रश्न-प्रत्र मिलेगा? जैसे पहलू जांच का विषय है। सवाल ये भी है कि अभ्यार्थी कान में इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस लगाकर परीक्षा हॉल में कैसे पहुंच गए। 
कोड वर्ड में सभी प्रश्नों के उत्तर 
भोपाल के एक स्कूल से गिरफ्तार किए गए हरियाणा के प्रदीप शर्मा के मोबाइल फोन पर कोडवर्ड में सभी प्रश्नों के उत्तर मिले। दोपहर 2 बजे शुरू हुई दूसरी पारी में 10 मिनट की देरी से एग्जाम सेंटर पर पहुंचा प्रदीप किसी तरह मोबाइल अंदर ले गया और बीच-बीच में उसमें उत्तर देखकर आंसर सीट भरने लगा। पर्यवेक्षक ने उसका मोबाइल जब्त कर पुलिस को सूचना दी। पुिलस के अनुसार प्रदीप के मोबाइल पर जिस नंबर से मैसेज था वह हरियाणा का है।
कौन-कौन कहां पकड़ा गया
हिमाचल में ये पकड़े : 
जींद के विकासनगर की कविता, सोनीपत के सलीमपुर माजरा का विशाल, सोनीपत के ही फरमाना का दीपक, जींद का प्रदीप, झज्जर के बिठला का नीरज और हिसार का मनोज। 
छतरपुरमें ये पकड़े : 
विकास राठी, विजेंद्र, सुनील, रमेश, अरुण यादव, जसवीर सिंह, धर्मवीर सिंह, सोमवीर सिंह, सत्येंद्र, राहुल सियांक, मोहित, राजकुमार, अमित, राकेश, अमित, अमरनाथ और प्रदीप।                                            db 




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