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Wednesday, 5 July 2017

आंसर शीट की काॅपी से पहले मांगी जा रही अंडरटेकिंग, नहीं जाओगे कोर्ट

** सीबीएसई ने विद्यार्थियों को जारी किए निर्देश 
नई दिल्ली : कोर्ट के निर्देश के बाद सीबीएसई ने रि-वेरिफिकेशन और उत्तर पुस्तिका की स्क्रूटनी के लिए छात्रों से आवेदन तो मांग लिए, लेकिन अंडरटेकिंग भी ले रहा है कि उत्तर पुस्तिका में गलती मिलती है, तो छात्र उसे कोर्ट में चुनौती नहीं देगा। शपथ पत्र में क्या लिखना है, बोर्ड द्वारा उसे टाइप करके दिखाया गया है और कहा गया है कि इसे अपनी हैंड राइटिंग में लिखकर दें। निर्देश है कि 10 प्रश्नों की अपनी उत्तर पुस्तिका की स्क्रूटनी, जिसे पिछले साल तक रि-इवेल्यूशन कहा जाता था, उस योजना में आवेदन करना है तो शपथ पत्र दाखिल करना है कि वह स्क्रूटनी के बाद मिले रिजल्ट पर कोर्ट नहीं जाएगा। शेष| पेज 11 पर 
विशेषज्ञ बोले- फॉर्मेट पुराना 
बोर्डके वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड ने रि-इवेल्यूएशन की योजना पिछले साल ही बंद कर दी थी। पर कोर्ट के निर्देश पर इसे फिर से खोला है। जो पुरानी व्यवस्था थी, उसी के तहत फार्मेट प्रिंट है, जिसे जल्द बदल दिया जाएगा। 
पैरेंट्स बोले- अंडरटेकिंग का क्या मतलब?
अभिभावकों का कहना है कि बोर्ड में तो विद्यार्थियों के हितों को सर्वोपरि रखा जाना चाहिए। मूल्यांकन के बाद किसी विद्यार्थी को लगता है कि उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह कहां जाएगा? ऐसे में सीबीएसई की ओर से जो कोर्ट जाने की अंडरटेकिंग ली जा रही है, उसे क्या समझा जाए? 

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