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Thursday, 13 March 2014

काम 12 महीने, वेतन 10 माह का

शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में बच्चों को दिन के समय भोजन उपलब्ध कराने के लिए चलाई गई योजना मिड-डे मील की भले ही सराहना कर सरकार स्वयं की पीठ थपथपाती हो लेकिन मिड-डे मील वर्करों का खूब शोषण हो रहा है। मिड-डे मील वर्करों से काम तो वर्ष के पूरे 12 माह तक लिया जाता है जबकि वेतन केवल 10 माह का दिया जा रहा है।   
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से राजकीय विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को आधी छुट्टी के समय खाना देने के लिए मिड-डे मील योजना शुरू की गई है। खाना बनाने के लिए अनुबंध के आधार पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है। हालांकि पहले इन कर्मचारियों को 1150 रुपये मासिक मानदेय दिया जाता था लेकिन अब यह राशि बढ़ाकर 2500 रुपये की गई है। जहां एक ओर इन कर्मचारियों का मासिक मानदेय बढ़ाया गया है वहीं दूसरी ओर शोषण भी खूब हो रहा है। सरकारी नियम ही इन कर्मचारियों का शोषण करने को मजबूर हैं। योजना के शुरुआत में प्रावधान था कि प्रत्येक बच्चे के हिसाब से मिड-डे मील कर्मचारियों को खाना बनाने के लिए वेतन दिया जाएगा लेकिन बाद में एकमुश्त 1150 रुपये यह राशि तय की गई। प्रावधान है कि मिड-डे मील कर्मचारियों के केवल कार्य दिवस का ही वेतन दिया जाए। इस प्रकार वर्ष भर के 12 माह में से करीब 10 माह का ही वेतन कर्मचारियों को दिया जाता है। इस प्रकार कर्मचारियों से काम तो पूरे 12 माह लिया जा रहा है जबकि वेतन 10 माह का दिया जा रहा है।
गर्मी की छुट्टियों में भी बुलाया गया था
यदि मान भी लिया जाए कि प्रावधान के अनुसार छुट्टी वाले दिन का वेतन न दिया जाए लेकिन इसके बावजूद भी मिड-डे मील के कर्मचारी प्रताड़ित हुए हैं। सर्वविदित है कि विभाग की ओर से पिछले वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान भी स्कूल में विभिन्न एक्टिविटी कराए जाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान स्कूल में आने वाले बच्चों के लिए चाय-पकौड़ी और पूड़ी बनाए जाने की बात कही गई थी। यानी मिड-डे मील कर्मचारियों ने गर्मी की छुट्टियों में भी काम लिया गया था।
10 माह का दिया जाना है वेतन : डीईईओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार ने स्पष्ट किया कि सभी मिड-डे मील कर्मचारियों को 10 माह का वेतन ही दिया जाना है। उन्होंने कहा कि सरकारी प्रावधान है कि छुट्टियों के दिन का वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा। इस प्रकार ग्रीष्मकालीन माह और वर्ष भर के दौरान होने वाली छुट्टियों का हिसाब लगाया जाए तो कम से कम दो माह बनते हैं। इसलिए मिड-डे मील कर्मचारियों को 10 माह का वेतन दिया जाएगा।                                  djsrs

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